जांजगीर. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में 3 दिन पहले मिली सिर कुचली लाश के मामले में चौंकाने वाली बात सामने आई है. पुलिस अब तक बिलासपुर निवासी ऑटो चालक को मृतक मान रही थी और जो लाश मिली थी, उसके परिजनों ने शिनाख्त कर उसे दफन भी कर दिया था. अब पता चला है कि वह लाश सवारी की थी, जिसे ऑटो चालक ने ही मारा था. पुलिस ने उसे कोरबा से गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि बिलासपुर शहर से लगे ढेका निवासी 36 वर्षीय युवक शंकर शास्त्री (36) पिता जगजीवन बिलासपुर में आटो चलाता था. बीते सोमवार की सुबह वह अपने घर से ऑटो लेकर निकला था. रात करीब 8 बजे वह बिलासपुर रेलवे स्टेशन से ऑटो लेकर निकला था. इसके बाद वह घर वापस नहीं पहुंचा. परिजनों ने फोन किया तब फोन भी नहीं उठाया.
अगली सुबह मिली थी लाश
अगले दिन मंगलवार की सुबह जांजगीर-चांपा जिले के कोरबा पंतोरा मार्ग में छाता जंगल के पास भारतमाला रोड पर लोगों ने खून से लथपथ उसकी लाश लोगों ने देखा. उसका सिर कुचल दिया गया था. वहीं ऑटो भी सड़क पर पलटी हुई थी. मौके पर पंतोरा चौकी से पुलिस की टीम पहुंची थी. डाग स्क्वाड व बिलासपुर से फोरेंसिंक एक्सपर्ट की टीम भी बुलाई गई.
शराब पीने व विवाद के मिले थे संकेत
मौके पर बारीकी से मुआयना किया गया था. तब पुलिस को शराब की बोतल और मुंगफली भी पड़े हुए मिले थे. इससे आशंका जताई गई कि शराब पीने के दौरान उनके बीच विवाद हुआ होगा. फिर ऑटो चालक युवक की हत्या की गई होगी.
ऑटो चालक के परिजन ले गए शव
घटनास्थल पर ऑटो चालक शंकर के परिजनों को भी बुलाया गया. यहां पहुंचकर उन्होंने भी शव को देखकर उसकी पहचान शंकर के रूप में की. तब शव को पीएम के बाद उन्हें सौंप दिया. इस बीच शंकर के परिजनों ने लाश का क्रिया-कर्म कर कफन-दफन कर दिया गाय.
कॉल डिटेल से मामले ने लिया नया मोड़
इधर, जांजगीर पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी. मामले ने नया मोड़ तब लिया जब मोबाइल डिटेल निकाला गया और सीसी फुटेज खंगाले गए. इसमें पता चला कि मृतक और एक अन्य व्यक्ति का मोबाइल एक साथ घटनास्थल पर बंद हुआ था. पुलिस ने दोनों नंबर का डिटेल निकाला तो ऑटोचालक का मोबाइल कुछ समय के लिए चालू मिला. पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर उसे कोरबा से गिरफ्तार कर लिया.
खुद को बताता रहा सवारी
पुलिस ने जब ऑटो चालक को पकड़ा तब वह अपनी पहचान छिपाने के लिए खुद का मुंडन करा चुका था. वहीं पहले वह खुद को सवारी बताता रहा और कहता रहा कि उसने ऑटो चालक की हत्या की है. लेकिन, उसका झूठ ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया और उसने सच्चाई कबूल ली. बहरहाल पुलिस शव को कब्र से निकलवाकर उसके असली परिजनों की पहचान कर उन्हें सौंपने की तैयारी शुरू कर दी है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना से एक मौत, 86 वर्षीय बुजुर्ग का एक निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज
छत्तीसगढ़ के पहले सिंदूर उद्यान की शुरुआत, ऑपरेशन सिंदूर को यादगार बनाने की पहल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft