मनेंद्रगढ़. छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-सोनहत-भरतपुर जिले में धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने का अनोखा मामला सामने आया है. दरअसल, वह व्यक्ति जो बाकायदा पुलिस विभाग में सिपाही है वह आदिवासियों के घर जाकर मौत और महामारी का डर दिखा रहा था और यीशु की उपासना से निदान की बात कह रहा था. इसका वीडियो सामने आने के साथ ही हड़कंप मच गया है. वीडियो के जरिए मामले का पता चलने पर एसपी ने सिपाही को नोटिस जारी किया है.
बता दें कि हिन्दू जागरण मंच जिलाध्यक्ष मनेंद्रगढ़ आकाश दुआ ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि एक पुलिसकर्मी अपने दो सहयोगियों के साथ धर्मातरण के लिए लोगों को बरगला रहा था. इस बात की जानकारी मिलते ही वह अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया. वहां विमल तिर्की नाम का युवक ईसाई धर्म से जुड़ी किताबों को लेकर चित्रों के जरिए प्राकृतिक आपदाओं, महामारियों, फसल तबाह होने, घर में किसी की मौत हो जाने जैसा डर दिखा रहा था. साथ ही उनसे बचने के लिए उन्हें ईसाई धर्म अपनाने की बात कह रहा था.
चर्च आने का दे रहा था झांसा
आकाश ने बताया कि वह चैनपुर के चर्च में आकर प्रार्थना करने को प्रेरित कर रहा था. साथ ही वहां मिलने वाली रोटी और अंगूर का रस पीने से सारे दुख और आपदाएं परमेश्वर द्वारा दूर करने का झांसा दे रहा था. जानकारी जुटाने पर पता चला कि विमल तिर्की पुलिस विभाग का सिपाही है.
वीडियो पोस्ट किया तो पुलिस ने हटवाया
बता दें कि आकाश ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया था, जिसे फेसबुक पर उसने पोस्ट कर दिया. बाद में स्थानीय पुलिस व विभाग के अफसरों ने आकाश को आश्वस्त किया कि मामले में कार्रवाई की जाएगी, लेकिन फिलहाल वीडियो को डिलीट करना पड़ेगा. इस तरह दबाव बनवाकर वीडियो डिलीट करवा दिया गया.
कार्रवाई नहीं, नोटिस का खेल
आकाश का कहना है कि अपने विभाग के कर्मचारी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी के चलते अब तक उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है. मात्र नोटिस थमाया गया है. वहीं सिपाही अब भी लोगों को बरगलाने का काम कर रहा है.
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