दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में एक ऐसे नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है, जिसका काम सड़कें काटने और नक्सलियों का बैनर-पोस्टर लगाना रहता था. उसे डीकेएमएस सदस्य बताया गया है और कुन्ना इलाके में सक्रिय रहा है. इसे एंटी नक्सल मुवमेंट में बड़ी सफलता मानी जा रही है.
बता दें कि यहां पुलिस द्वारा लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए अभियान चलाया जा रहा है. इसमें आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत कई तरह के लाभ दिए जा रहे हैं, जिससे प्रभावित होकर कई नक्सली आत्मसर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. इसी कड़ी में ये सफलता मिली है.
ये है आत्मसमर्पित नक्सली
आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली हड़मा उर्फ हिड़मा मांडवी है जिसकी आयु 33 साल है. वह कटेकल्याण एरिया कमेटी के धनीकोर्ता डीकेएमएस का सदस्य रहा है. जबकि वह धनीकोर्ता गांव का ही रहने वाला है. उसकी सक्रियता कुर्ना इलाके में भी बना हुआ था.
प्रचार का संभालता था जिम्मा
किसी भी इलाके में सड़क काटकर सुरक्षाबलों और आम लोगों का रास्ता रोकने के काम में उसे लगाया जाता था. संबंधित क्षेत्र में वह नक्सलियों के संदेश वाले बैनर-पोस्टर भी लगाता था. इस तरह वह नक्सली विचारधारा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय था.
इनके सामने किया आत्मसमर्पण
नक्सली हड़मा ने पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप व पुलिस अधीक्षक गौरव राय के सामने आत्मसर्पण किया. इस दौरान दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने कहा कि राज्य शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा से जुड़ने की इच्छा से नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. यह अच्छा संकेत है.
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