रायपुर. छत्तीसगढ़ में मानसून पर लगा ब्रेक अब टूटने वाला है. जिस तरह से अभी उत्तर भारत में हालात हैं, छत्तीसगढ़ में उसके विपरीत उमसभरी गर्मी पड़ रही है. लेकिन, अभी 4 जिलाें में शुरुआती बारिश के बाद 16 जुलाई से प्रदेशभर में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. यानी राहत मिलने की उम्मीद तो है ही, ज्यादा बारिश के खतरे से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है किपश्चिमी हवाएं लगातार पर्याप्त गहराई से आ रही हैं, जिससे बादल बन रहे हैं. इसे देखते हुए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश हो सकती है. जबकि गुरुवार को कोरिया, गौरला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, कबीरधाम, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर में बारिश की संभावना जताई गई है.
उमसभरी गर्मी से मिलेगी राहत
बता दें कि प्रदेश में बीते करीब 6 दिनों से बारिश थम गई है. मानसून के सक्रिय नहीं होने से बादल भी आंशिक रूप से छंट गए हैं. इससे अधिकांश समय धूप निकल रही है. वहीं लोग उमसभरी गर्मी से हलाकान हैं. लेकिन, अब मानसून पर लगा ब्रेक टूटने वाला है, जिससे एक बार फिर सभी को राहत मिली है.
इन जिलों के लिए अलर्ट
टेंप्रेचर का ये है हाल
उत्तर भारत में बिगड़ चुके हैं हालात
लगातार और तेज बारिश के चलते उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में बारिश आफत बनकर आई है. भूस्खलन के साथ सड़कें ढह गई हैं तो वहीं कई जगहों पर पत्थर गिरे हैं. दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे मैदानी राज्यों में नदियां उफान पर हैं और लोगों के घरों में भी पानी घुस चुके हैं. वहां त्राहि-त्राहि मची हुई है.
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