नेशनल डेस्क. मध्यप्रदेश के दमोह में संचालित गंगा जमना स्कूल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. ड्रेस कोड के नाम पर हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाने का मामला थमा नहीं है कि अब राज्य बाल संरक्षण आयोग ने एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. उनकी रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूल से मस्जिद तक जाने का गुप्त रास्ता मिला है और कई कमरों में कुरान की आयतें भी लिखी हुई थीं, जिन्हें अभी पेंट कर दिया गया है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर भी ये बहस का मुद्दा बन गया है.
बता दें कि यहां का विवाद तब सबसे पहले सामने आया था, जब स्कूल की छात्राओं के परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन पर स्कूल की ओर से बनवाए गए फ्लैक्स में उनकी तस्वीरें दिखीं. दरअसल, इसमें हिंदू छात्राएं भी हिजाब में नजर आईं और सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया. लोग तरह-तरह के कमेंट करने लगे. यह बात राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा तक भी पहुंची तो उन्होंंने इसकी जांच कराने के निर्देश दिए. वहीं प्रारंभिक तौर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला भी दर्ज किया गया. राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने भी जांच कर कई चौंकाने वाली बातें सार्वजनिक की है.
मस्जिद तक जाने के गुप्त रास्ते पर कई आशंकाएं
जांच में पता चला कि स्कूल से मस्जिद तक जाने के लिए गुप्त रास्ता बना हुआ है. इससे आशंका ये भी जताई जा रही है कि धर्मांतरण समेत अन्य अवैध गतिविधियों के लिए ही ऐसा गुप्त रास्ता बनवाया गया होगा. इसके अलावा स्कूल के विभिन्न क्लासरूम में कुरान की आयतें भी लिखी हुई थीं, जिनकी पोताई कर दी गई है. हालांकि ये अब भी नजर आ रही हैं. अब इस मामले को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को सौंपा गया है.
आफ्टर-बिफोर तस्वीर पर सवाल
सोशल मीडिया पर प्रशासन व शिक्षा विभाग द्वारा क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें टीम के पहुंचने के दौरान दीवार पर छात्राओं के हिजाब की तस्वीर लगी थी. बाद में उसे हटा दिया गया. वहीं टीम के क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल कि जा रहे हैं और कई हिंदू संगठनों ने आंदोलन की भी रणनीति बनाई है.
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