सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में गन्ना किसानों का 15 करोड़ रुपए अभी तक बकाया है। जिसमें सबसे ज्यादा फिसड्डी महमूदबाद सहकारी चीनी मिल साबित हो रहा है। गन्ना किसान पैसे के लिए मिल के चक्कर काट-काटकर थक गए हैं। मिल अधिकारियों का कहना है कि शासन से बजट आते ही किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा।
गन्ना खरीदी
सीतापुर जिले में 5 गन्ना मिले हैं। जिसमें हरगांव, बिसवां, रामगढ़, जवाहरपुर और महमूदाबाद में चीनी मिले स्थापित है। महमूदाबाद चीनी मिल ने 22 लाख क्विंटल, हरगांव चीनी मिल ने 176 लाख क्विंटल, जवाहरपुर चीनी मिल ने 131 लाख क्विंटल रामगढ़ चीनी मिल ने 103 लाख क्विंटल, बिसवां चीनी मिल ने 114 लाख क्विंटल खरीदी की। इन मिलों के पेराई सत्र के दौरान सभी 4 चीनी मिल ने गन्ना किसानों का पूरा भुगतान कर दिया है। लेकिन महमूदाबाद सहकारी चीनी मिल ने अभी तक किसानों के रुपयों का भुगतान नहीं किया है।
खरीदी कम होने के बावजूद भुगतान लटका
मिली जानकारी के मुताबिक, चीनी मिल के आंकड़ों के अनुसार हरगांव चीनी मिल ने सबसे ज्यादा गन्ना खरीदा था। सबसे कम महमूदाबाद सहकारी चीनी मिल ने गन्ना खरीदी की थी। पूरे मामले में महमूदाबाद सहकारी चीनी मिल के गन्ना अधिकारी महेंद्र ने बताया कि अभी 15 करोड़ रुपए की राशि बकाया गन्ना किसानों को देनी है। प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन से पैसा आते ही किसानों के खातों में ट्रांसफर हो जाएगा।
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