रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी का अंदरुनी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं एक बार फिर लेटर बम फूटा है और पूर्व सीएम और राजनांदगांव से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल दोबारा घिर गए हैं. ये लेटर मजदूर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह बैस के लेटर हेड से जारी हुआ है. लपेटे में रायपुर प्रत्याशी विकास उपाध्याय भी आए हैं.
बता दें कि बैस ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में कहा है कि सत्ता में रहते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल और विकास उपाध्याय ने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को जेल भेजने और प्रताड़ित करने का काम किया था. शुरुआत में उन्होंने पार्टी संगठन से जुड़कर अपने किए कामों का उल्लेख किया है. अपनी उपलब्धियां भी गिनाई हैं. इसके बाद उन्होंने साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद की गई प्रताड़ना का विस्तार से वर्णन किया है.
परिजनों को जेल में डलवाया
बैस ने आगे लिखा है कि हम जैसे पार्टी के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को किनारे करके मेरे परिवार और झूठे मुकदमे दायर करवाकर 11 महीने जेल में सड़वा दिया. वहीं साल 2023 के विधानसभा चुनाव के वक्त मेरी जमानत से लेकर हर कार्य में बाधा उत्पन्न की. मेरे बच्चों व पत्नी तक पर झूठा केस बनवाकर महीनों तकलीफ पहुंचाई. तत्कालीन सरकार व खुद मुख्यमंत्री तक कई घोटालों में शामिल रहे. अपने इर्द-गिर्द के लोगों को शामिल किया, जिसका पिरणाम सत्ता हाथ से निकल गई.
विकास पर लगाए ये आरोप
वहीं विकास उपाध्याय को लेकर बैस ने लिखा है कि उनके द्वारा सट्टा, शराब के अहातों, शराब तस्करी, भू माफियाओं के साथ विवादित जमीनों पर कब्जा करना, उद्योगों से अवैध वसूली करवाना, अधिकारियों को गाली-गलौज कर जबरन नाजायज कार्य करवाने समेत कई ऐसे मामले हैं, जिसका परिणाम विधानसभा चुनाव में देखने को मिला.
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