राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में रविवार रात डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम जारवाही निवासी बीरेंद्र साहू और ग्राम करियाटोला निवासी ज्योति साहू की सगाई समारोह एक अनोखी पहल का गवाह बनी. सगाई के दौरान दोनों ने एक-दूसरे को हेलमेट पहनाकर सड़क सुरक्षा का संदेश दिया. बीरेंद्र के पिता का निधन सड़क दुर्घटना में हुआ था, जिसके बाद उनका परिवार हेलमेट के महत्व को लेकर जागरूकता अभियान चला रहा है. इस पहल ने सगाई समारोह को खास बना दिया.
परिवार ने सड़क सुरक्षा को बनाया जीवन का उद्देश्य
बीरेंद्र साहू के बड़े भाई धर्मेंद्र साहू, जिन्हें डोंगरगांव में हेलमेट संगवारी के नाम से जाना जाता है, सड़क सुरक्षा अभियान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. अपने पिता की दुर्घटना में सिर पर चोट लगने से हुई मृत्यु के बाद उन्होंने हेलमेट की अहमियत को समझा और लोगों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया. धर्मेंद्र न केवल जागरूकता फैलाते हैं, बल्कि हेलमेट दान कर लोगों को सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित भी करते हैं.
एक हज़ार से अधिक हेलमेट दान कर बने प्रेरणा
धर्मेंद्र साहू अब तक एक हजार से अधिक हेलमेट दान कर चुके हैं. वे सड़क सुरक्षा अभियानों और जागरूकता कार्यक्रमों में लोगों को हेलमेट भेंट करते हैं. उनके इस प्रयास में उनका पूरा परिवार उनका साथ देता है. उनकी पत्नी त्रिवेणी, भाई मोहित साहू, बहू सरिता और मां कुमारी साहू सभी इस नेक कार्य में सहयोग कर रहे हैं. यह पहल पूरे क्षेत्र में प्रेरणा का स्रोत बन गई है.
सड़क सुरक्षा को लेकर हेलमेट संगवारी की पहचान
डोंगरगांव नगर में धर्मेंद्र साहू को उनके कार्यों के लिए हेलमेट संगवारी का नाम दिया गया है. वे न केवल जागरूकता फैलाते हैं, बल्कि अपने काम से लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं. उनके अभियान को न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों से भी समर्थन और सराहना मिली है. उनकी यह पहल डोंगरगांव और आसपास के क्षेत्रों में एक अनोखी मिसाल बन गई है.
समाज और प्रशासन ने सराहा प्रयास को
साहू परिवार की इस पहल की हर ओर प्रशंसा हो रही है. सड़क सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए उनका यह कदम अनूठा और प्रेरणादायक है. हेलमेट पहनने की आदत को बढ़ावा देकर वे सैकड़ों लोगों को दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों से बचाने का प्रयास कर रहे हैं. सगाई समारोह में हेलमेट पहनाने की इस पहल ने उनकी सोच और उद्देश्य को और मजबूत संदेश के रूप में पेश किया.
छत्तीसगढ़ में कोरोना से एक मौत, 86 वर्षीय बुजुर्ग का एक निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज
छत्तीसगढ़ के पहले सिंदूर उद्यान की शुरुआत, ऑपरेशन सिंदूर को यादगार बनाने की पहल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft