भिलाई। गुरुकुल अंतरराष्ट्रीय विद्यालय के 120 से अधिक विद्यार्थियों के ऐतिहासिक ज्ञानवर्धन के उद्देश्य से शैक्षणिक 9 दिवसीय भ्रमण का आयोजन किया गया। यात्रा के प्रवास के दौरान जगन्नादपुरी, कोणार्क, कलकत्ता, गंगटोक एवं आध्यात्मिकता के साथ ही प्रकृति के मनोरम दृश्य का भी नजदीक से अवलोकन कर आनंद का अनुभाव किया। स्वामी मुक्तवल्लभदास जी और अर्निदो स्वामी के मार्गदर्शन में शैक्षणिक भ्रमण संपंन हुआ। बर्फीली वादियों में इतनी गर्मी के बाद भी ठंडकता का एहसास हुआ।
60 से अधिक गुरुकुल 40 हजार से छात्र
बता दे कि, श्रीस्वामी नारायण गुरुकुल संस्था पिछले 75 वर्षों से भी अधिक समय से 60 से अधिक गुरुकुलों में 40 हजार से अधिक बालको में विद्या, सदविद्या एवं ब्रम्हविद्या का ज्ञान छात्रों को प्रदान करते हुए, शैक्षणिक विकास पर ध्यान रखा जा रहा है। जीवन मूल्यों पर आधारित आधुनिक शिक्षा के लिए कम्प्यूटर प्रयोगशाला, ड्राईंग पेटिंग, संगीत की शिक्षा के साथ ही सुव्यवस्थित खेल सुविधाओं से युक्त क्रिकेट, फुटबाल, बास्केटबाल एवं वातानुकूलित छात्रावास की सुविधाओं से सुसज्जित है।
छात्रों को साधु-संतों का मार्गदर्शन
प्राकृतिक हरियाली से युक्त इस संस्थान में अध्ययनरत बालकों की दिनचर्या भगवत आराधना, पूजा अर्चना के साथ ही संतो के दर्शन से दिन की शुरुआत होती है। बालको में बड़ों के प्रति आदर सम्मान की भावना जागृत करने तथा पाठ यहां की मुख्य भूमिका है। छत्तीसगढ़ स्थित गुरुकुल में 700 से भी अधिक छात्र छात्रावास में निवास करते हुए अपने जीवन को व्यवस्थित एवं नियमित रुप से जीवन गढ़ने का काम साधु-संतों के मार्गदर्शन में प्राप्त कर रहे है।
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